A REVIEW OF खेल

A Review Of खेल

A Review Of खेल

Blog Article

खेल में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और जानबूझकर आक्रामक हिंसा के बीच की रेखा को पार करने से ही हिंसा पैदा होती है। एथलीट, कोच, प्रशंसक, कभी अभिभावक कभी-कभी गुमराह वफादारी, प्रभुत्व, क्रोध, या उत्सव के तौर पर लोगों और संपत्ति को हिंसा की भेंट चढ़ा देते हैं। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में हुड़दंग और गुंडागर्दी आम बात हो गयी है और यह एक बड़ी समस्या बन गयी है।

विनेश संग आंदोलन करने वालीं साक्षी मलिक अब गीता फोगाट के साथ, अमन सहरावत भी...

शमी: 'जल्दबाज़ी करते हुए दोबारा चोटिल होने का जोखिम नहीं उठाना चाहता'

लाइफस्टाइल यूटिलिटी न्यूज़ट्रैवलजनरल नॉलेजफैशनऐग्रकल्चरहेल्थ

भारत-चीन एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी फाइनल आज कितने बजे खेला जाएगा?

प्रेम में धोखा खा उल्टा बहने लगी नर्मदा

कभी डोपिंग में आया नाम, अब यूएस ओपन के फाइनल में पहुंचकर इत‍िहास रचा

हमारे प्लेयर्स खेलते कम बोलते ज्यादा हैं- यूनुस खान: पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर बोले- बाबर को कोहली से सीखना चाहिए

वह खेल में बाधा पहुँचाने वाले, असभ्य व्यवहार करने read more वाले नियमों का उल्लंघन करने वाले खिलाड़ियों को दण्ड देता है।

अमेरिकी लीग में खेल सकते हैं जेम्स एंडरसन: एक टीम संपर्क कर रही; कहा था- वाइट-बॉल क्रिकेट खेलने पर विचार कर रहा हूं

हापुड़ की गलियों से निकला रफ़्तार का सौदागर

भारत-बांग्लादेश पहला टेस्ट लाल मिट्टी वाली पिच पर होगा: चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में मुकाबला, सही कॉम्बिनेशन की तलाश में टीम इंडिया

दौड़ने या चेज़र बनने का निर्णय टॉस द्वारा किया जाएगा।

पेरिस में जीती चांदी तो योगेश कथुनिया के घर बंटी मिठाई, पैरालंपिक में कमाल जारी

Report this page